भारतीय न्यायपालिका पर कुछ भी बोलना 'अपराध' तो नहीं मान लिया जाएगा .
पर अब ये साफ़ होता जा रहा है की प्रधानमंत्री बनाने के लिए निरपराध व्यक्ति की तलाश होगी. पर यदि ये दोनों एक साथ नहीं आये तो जो हो रहा है वही होत्ता रहेगा और इनकी आगे की ताकतें इतनी कमजोर हो जायेंगी जो इतिहास की सबसे बड़ी कमजोरी होगी .
-कम से कम ये बात आयी तो
पर अब ये साफ़ होता जा रहा है की प्रधानमंत्री बनाने के लिए निरपराध व्यक्ति की तलाश होगी. पर यदि ये दोनों एक साथ नहीं आये तो जो हो रहा है वही होत्ता रहेगा और इनकी आगे की ताकतें इतनी कमजोर हो जायेंगी जो इतिहास की सबसे बड़ी कमजोरी होगी .
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टूट सकते हैं माया और मुलायम के पीएम बनने के सपने
लखनऊ/ब्यूरो | अंतिम अपडेट 11 जुलाई 2013 1:30 AM IST पर
सुप्रीम कोर्ट के नए फैसले से दिल्ली की गद्दी पर बैठने के मायावती और मुलायम सिंह यादव के सपने भी टूट सकते हैं।
दरअसल आय से अधिक संपत्ति के मामले में एक मई 2013 को मायावती को सुप्रीम कोर्ट से करारा झटका लगा। कोर्ट ने कहा कि सीबीआई चाहे तो मामले की जांच करा सकती है।
पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सीबीआई को जांच करने की पूरी आजादी है। उधर लोकसभा सांसद और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और उनके बेटे विधायक और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी कोर्ट के फैसले की तलवार लटकी है।
मुलायम सिंह ने केस रद्द कराने की भरपूर कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। वो सुप्रीम कोर्ट तक गए लेकिन 13 दिसंबर 2012 को कोर्ट ने सीबीआई को जांच जारी रखने का निर्देश दे दिया।
विधायक मुख्तार अंसारी भी इसकी जद में आ सकते हैं। उन पर हत्या, अपहरण, फिरौती समेत कई आपराधिक मामले हैं। अगर मुख्तार अंसारी को एक भी केस में सजा मिली तो उनकी विधायकी चली जाएगी।
दरअसल आय से अधिक संपत्ति के मामले में एक मई 2013 को मायावती को सुप्रीम कोर्ट से करारा झटका लगा। कोर्ट ने कहा कि सीबीआई चाहे तो मामले की जांच करा सकती है।
पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सीबीआई को जांच करने की पूरी आजादी है। उधर लोकसभा सांसद और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और उनके बेटे विधायक और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी कोर्ट के फैसले की तलवार लटकी है।
मुलायम सिंह ने केस रद्द कराने की भरपूर कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। वो सुप्रीम कोर्ट तक गए लेकिन 13 दिसंबर 2012 को कोर्ट ने सीबीआई को जांच जारी रखने का निर्देश दे दिया।
विधायक मुख्तार अंसारी भी इसकी जद में आ सकते हैं। उन पर हत्या, अपहरण, फिरौती समेत कई आपराधिक मामले हैं। अगर मुख्तार अंसारी को एक भी केस में सजा मिली तो उनकी विधायकी चली जाएगी।
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